चिड़िया

डाँ. राजीव डोगरा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र। 

उड़ती चिड़िया आसमान में
दोनों पंख फैलाए।
छोटी सी अपनी चोंच से
दाना-दाना चुग खाएं।
अपने पंख फैलाए उड़ती
पूर्व से पश्चिम
उत्तर से दक्षिण
हर कोने पर
अपना हक़ जमाती।
डाल-डाल पर
पात-पात पर बैठ
अपना मधुर गीत
सबको सुनाती।
युवा कवि व लेखक गांव जनयानकड़ (कांगड़ा) हिमाचल

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