शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में फार्मास्यूटिकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर एक भव्य, ज्ञानवर्धक और भविष्य उन्मुख कॉन्फ़्रेंस का शानदार आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके पश्चात अतिथियों ने फार्मास्यूटिकल क्षेत्र से जुड़े उभरते वैज्ञानिक आयामों और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के विविध आयामों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न संस्थानों से आए कॉलेजों के छात्र एवं अध्यापक उपस्थित रहे तथा 1000 से अधिक छात्रों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया, जो कार्यक्रम की लोकप्रियता और महत्व का प्रतीक है। कार्यक्रम के साइंस एंड टेक्नोलॉजी कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार मुख्य अतिथि, फाउंडर सेक्रेटरी श्री राम ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस डॉ. संकल्प कुलश्रेष्ठ, क्षेत्रीय मंत्री बीजेपी डॉ. पुरुषोत्तम, वाइस चांसलर सूरजमल यूनिवर्सिटी डॉ. के. सतीश शर्मा, डॉ. मनोज मिश्रा निदेशक एमिटी यूनिवर्सिटी ग्वालियर एवं श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के निदेशक डॉ. गिरेन्द्र कुमार गौतम सहित अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस आज अनुसंधान, दवा निर्माण और औद्योगिक प्रक्रियाओं में एक क्रांतिकारी तकनीक के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस ने फार्मा सेक्टर में दक्षता, गति और गुणवत्ता को नए स्तर तक पहुँचाया है।इसके पश्चात मुख्य अतिथि अनिल कुमार जी ने कहा कि विचारों के आदान-प्रदान और नई तकनीकों के ज्ञान-विस्तार के लिए ऐसे कॉन्फ़्रेंस अत्यंत उपयोगी मंच हैं। उन्होंने कहा कि फार्मा उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है, और इसमें आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की भूमिका आने वाले वर्षों में और अधिक तेजी से बढ़ेगी। तकनीक आधारित समाधान युवाओं को नए अवसर प्रदान कर रहे हैं और उनके लिए असीम संभावनाएँ तैयार कर रहे हैं। डॉ. संकल्प कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इस कॉन्फ़्रेंस का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आधुनिक तकनीकोंकृविशेषकर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस से जोड़ना व उन्हें शोध, नवाचार और उद्योग की बदलती जरूरतों से अवगत कराना है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजन न केवल ज्ञान-विस्तार करते हैं, बल्कि छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार करते हैं।
इसी क्रम में पोस्टर प्रेज़ेंटेशन सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें 200 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने अपने-अपने विषयों पर आधारित वैज्ञानिक अवधारणाओं, शोध निष्कर्षों और डेटा विश्लेषण को आकर्षक तरीक़े से प्रस्तुत किया। विशेषज्ञों, फैकल्टी सदस्यों और शोधकर्ताओं के साथ हुए संवाद ने छात्रों को वैज्ञानिक कार्यप्रणाली, तर्क-वितर्क, प्रस्तुतीकरण कौशल और रिसर्च अप्रोच को समझने का अवसर प्रदान किया।
श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के निदेशक डॉ. गिरेन्द्र कुमार गौतम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम विद्यार्थियों में रचनात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, वहीं ऐसे वैज्ञानिक एवं तकनीकी कार्यक्रम उन्हें भविष्य की उन्नत तकनीकों और शोध-आधारित ज्ञान से जोड़ते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को सतत सीखने, नवाचार को अपनाने और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में डॉ. संदीप कुमार, डॉ. मनोज कुमार गुप्ता, डॉ. रामदत्त शर्मा, साबिया परवीन, टिंकू कुमार, लोकेश कुमार, ज्योति जैन, अवि दुबे, आरती चोपड़ा, मुस्सयब खान, तरन्नुम फ़ातिमा, शिवम् त्यागी, आर्याव्रत, उज्जवल, शैली, शीखा राठी, शुभम, सलमान, शशीभूषण, भूदेव, रामसिंह, सुशील, विकास कुमार, अरशद, संजय कुमार आदि का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।


