शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान के अन्तर्गत एस0डी0 इन्जीनिरिंग कॉलेज में कार्यक्रम का अयोजन किया गया। नोडल अधिकारी आयुक्त सहारनपुर मंडल अटल कुमार राय एवं सेवानिवृत आईएएस अधिकारी चैबे सिंह वर्मा, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी रंजन द्विवेदी, प्रोफेसर एचओडी डीएवी कॉलेज सुनीता शर्मा, प्रोफेसर एण्ड हैंड कृषि विज्ञान केंद्र हंसराज सिंह, सेवानिवृत्त विभागीय अध्यक्ष लोक निर्माण विभाग सलेक चंद्र ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जनपद के नोडल अधिकारी व सहारनपुर के मंडलायुक्त अटल कुमार राय ने कहा कि विकसित भारत 2047 भारत सरकार का एक महत्त्वाकांक्षी दृष्टिकोण है, जिसका उद्देश्य भारत को 2047 तक, यानी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ तक, एक विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने कहा कि यह विजन आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित कई पहलुओं को समाहित करता है। उन्होंने कहा कि यह एक साझा राष्ट्रीय मिशन है, जिसमें सरकार, निजी क्षेत्र और आम नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सरकारी विजन नहीं, बल्कि देश के हर व्यक्ति के सामूहिक प्रयासों से ही साकार हो सकता है।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि इस विजन का प्रमुख उद्देश्य भारत को एक ऐसी स्थिति में लाना है, जहाँ भारत दुनिया की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों के लिए जीवन स्तर उच्च हो और स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अन्य बुनियादी सुविधाओं तक उनकी पहुंच हो। उन्होंने कहा कि भारत तकनीकी रूप से उन्नत हो और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व करे। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरणीय संतुलन और सतत विकास सुनिश्चित हो, भारतीय समाज सशक्त और समान हो। उन्होंने कहा कि भारत की वैश्विक पहचान एक मजबूत और जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में हो।
मुख्य विकास अधिकारी कमल किशोर कंडारकर ने कहा कि इस अभियान में सरकार एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि यह विभिन्न नीतियों और योजनाओं के माध्यम से विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण बना रही है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, गति शक्ति, आत्मनिर्भर भारत, राष्ट्रीय क्वांटम मिशन, स्टार्टअप इंडिया, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का कार्यान्वयन, युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम आदि बहुत से कार्यक्रम विकसित भारत अभियान 2047 की ओर बढते हुए कदम है।
सेवानिर्वत्त आईएएस अफसर पर सीएस वर्मा ने कहा कि आज जो बीज हम शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार में बो रहे हैं, वही 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाकर विश्व गुरु की श्रेणी में स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि 2047 का भारत वह होगा, जहाँ हर नागरिक को समान अवसर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ और रोजगार उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि यही विकसित भारत की पहचान होगी। आईपीएस अधिकारी राजेश द्विवेदी ने कहा कि आजादी का अमृतकाल हमें केवल अतीत पर गर्व करना नहीं सिखाता, बल्कि भविष्य के लिए हमें महान संकल्प लेने को प्रेरित करता है, संकल्प एक विकसित भारत का। प्रोसेसर सुनीता शर्मा ने कहा कि विकसित भारत 2047 एक ऐसा भारत होगा, जो परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा,कृजहाँ संस्कृति की जड़ें गहरी होंगी और प्रगति की शाखाएँ आसमान छुएँगी। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ. हंसराज सिंह ने कहा कि 2047 का भारत वह होगा, जहाँ किसान समृद्ध होगा, मजदूर सम्मानित होगा और युवा आत्मनिर्भर होगा। इंजीनियर सलेक चंद ने कहा कि जब हर नागरिक जिम्मेदारी को अधिकार से पहले समझेगा, तभी 2047 तक भारत एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत का अमृतकाल वह समय है, जब हर भारतीय यह शपथ ले कि 2047 तक हम केवल दर्शक नहीं, बल्कि परिवर्तन के वाहक बनेंगे। शिक्षक राहुल कुशवाहा ने कहा कि भारत की असली ताकत उसके युवा हैं। उन्होंने कहा कि अगर युवा शक्ति अपने सामर्थ्य को पहचान ले तो 2047 से पहले ही भारत विकसित राष्ट्र की कतार में खड़ा होगा।
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार ने कहा कि प्रत्येक शिक्षक को अपने बच्चों की क्षमताओं व प्रतिभा की कद्र करनी होगी। उन्होंने कहा कि चाहे वह पढ़ाई, खेल, नाच, गाने, कला, अभिनय, व्यापार, खेती, बागवानी, मैकेनिकल या अन्य किसी भी क्षेत्र में हो उन्हें उसी दिशा में अच्छा करने दें, जिसमे वे करना चाहते है। उन्होंने कहा कि बच्चो को उनके विषय का चयन करने की आजादी देनी होगी। उन्होंने कहा कि 2047 तक का भारत केवल डिजिटल इंडिया नहीं होगा, बल्कि यह डिजिटल से ग्लोबल इंडिया की ओर बढ़ने वाला राष्ट्र होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्सपर्ट्वंदना गुलिया ने कहा कि एआई के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि आज का भारत स्टार्टअप्स, विज्ञान और नवाचार का केंद्र बन रहा है, यही ताकत हमें 2047 तक विश्व का सबसे विकसित राष्ट्र बनाएगी। एसडी कॉलेज की बीटेक छात्रा श्रेया पराशर व सावनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे। शिक्षिका सुचित्रा सैनी ने महिलाओ के योगदान, राज्य पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य कंचन प्रभा शुक्ला, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक वशिष्ठ भारद्वाज ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडलायुक्त अटल कुमार राय व संचालन प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार द्वारा किया गया। प्रधानाचार्य आशीष द्विवेदी, रणबीर सिंह, दीपक गर्ग व चंद्रमोहन शर्मा आदि का सराहनीय योगदान रहा।




