शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। अहम बैठकों के प्रति उत्तर प्रदेश के अफसरों की उदासीनता इस हद तक बढ़ गयी है कि संसदीय कार्य अनुभाग 1 के प्रमुख सचिव जेपी सिंह द्वितीय को पत्र लिखकर अफसरों को आगाह करना पड़ा। बता दें कि इस चिट्ठी पर स्वयं योगी आदित्यनाथ का अनुमोदन है। योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री इसका संज्ञान लिया है।
अब विधान मंडल की समितियों के आगे विशेष सचिव स्तर के अधिकारी द्वारा प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के अफसरों द्वारा ऑनलाइन बैठकों के समय भौतिक रूप से मौजूद रहकर समन्वय की कार्यवाही को सम्पादित कराया जायेगा। पर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के अफसर अपने-अपने कमरों से बस वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाइन जुड़ जाएंगे।
