गौरव सिंघल, सहारनपुर। पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप तो अक्सर लगते ही रहते हैं, लेकिन इस बार पुलिस ने ऐसा काम किया है कि लोग दिल थाम कर रह गये। लोगों का कहना है कि पुलिस का ये रूप लोगों के दिलों में मिसाल बनकर हमेशा जिन्दा रहेगा। हुआ यूं कि गंगोह कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक जरूरतमंद विधवा की बेटी की शादी का पूरा खर्च उठाते हुए पिता की सभी रस्में भी निभाईं है। पीयूष दीक्षित ने न केवल तैयारियों की देखरेख की बल्कि खुद कन्यादान कर पिता का दायित्व भी निभाया। बारातियों की आवभगत से लेकर गृहस्थी का सामान देने तक पुलिस ने पूरी जिम्मेदारी निभाई।
मोहल्ला लक्खुवाला निवासी विधवा सोमती कुछ दिन पहले कोतवाली में स्थित महिला हेल्प डेस्क पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि उनके पति का निधन करीब 20 वर्ष पहले हो चुका है। मजदूरी कर किसी तरह घर चलाने वाली सोमती की चार बेटियां हैं। तीन बेटियों की शादियां कठिन परिस्थितियों में हो गईं, लेकिन चौथी बेटी प्रीति की शादी को लेकर वह बेहद परेशान थीं। महिला की व्यथा सुनकर कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित ने न केवल उन्हें ढांढस बंधाया बल्कि कहा कि प्रीति की शादी का पूरा खर्च वह स्वयं उठाएंगे। निर्धारित तिथि पर नगर के रविदास मंदिर में बारात पहुंची, जहां गंगोह पुलिस ने सभी तैयारियों की जिम्मेदारी संभाली।
पुलिसकर्मियों ने मिलकर मंडप सजाया, व्यवस्थाएं संभालीं और बारातियों का स्वागत किया। समारोह में आए लोगों की आवभगत पुलिस द्वारा की गई, जिससे माहौल भावुक और सम्मानपूर्ण बना रहा। सबसे भावुक क्षण वह था जब कोतवाल पीयूष दीक्षित ने स्वयं कन्यादान किया, जिससे वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। पुलिस ने प्रीति को गृहस्थी की शुरुआती जरूरतों का सामान भी भेंट किया, ताकि वह नई जिंदगी बिना किसी अभाव के शुरू कर सके। स्थानीय लोग गंगोह पुलिस की इस पहल की प्रशंसा कर रहे हैं और इसे “पुलिस की असली छवि” बताते हुए सराहना कर रहे हैं।
