एसडी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में नये जीएसटी सुधार विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में आज इन्फोटेनमेंट क्लब के तत्वावधान में नये जीएसटी सुधार 2025 विषय पर एक विशेष गतिविधि का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप मित्तल ने की। उन्होंने कहा कि जीएसटी देश की कर व्यवस्था में एक ऐतिहासिक सुधार है, जिसने कराधान प्रणाली को सरल, पारदर्शी और एकीकृत बनाया है। नए जीएसटी सुधार 2025 के अंतर्गत सरकार ने आम आदमी और व्यापारिक समुदाय दोनों के लिए अनेक रियायतें और सुविधाएँ प्रदान की हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त और गतिशील बनाएँगी। 

बीबीए विभागाध्यक्ष राजीव पाल सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल शैक्षणिक दृष्टि से लाभकारी हैं, बल्कि उन्हें समसामयिक आर्थिक नीतियों और उनके व्यावहारिक पहलुओं से भी जोड़ती हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में प्रबंधन एवं व्यापार क्षेत्र में कार्य करने वाले युवाओं के लिए जीएसटी की गहन समझ अनिवार्य है । 

बतौर मुख्य वक्ता के रूप में बीबीए संकाय सदस्य संजय शर्मा ने नये जीएसटी सुधार 2025 की मुख्य विशेषताओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि इन सुधारों का उद्देश्य कर संरचना को और अधिक सरल, तकनीकी आधारित तथा जनहितैषी बनाना है। अब उन्हें कम दर पर कर चुकाना होगा, जिससे उनका व्यवसाय सुचारु रूप से चल सके। उन्होंने कहा कि जीएसटी रिटर्न भरने की प्रक्रिया को और अधिक डिजिटल एवं उपयोगकर्ता अनुकूल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल ऐप और पोर्टल के माध्यम से व्यापारी आसानी से अपने कर का विवरण जमा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता के लिए राहत उपभोक्ता वस्तुओं और आवश्यक सेवाओं पर कर की दरें घटाई गई हैं, जिससे आम आदमी को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता और भ्रष्टाचार में कमी, नए सुधारों से टैक्स चोरी की संभावना कम होगी और राजस्व संग्रहण में पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और विदेशी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का दीर्घकालिक प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत सकारात्मक होगा और आम जनता को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर कम कीमत चुकानी पड़ेगी और उद्योग जगत को प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी।

डॉ. संदीप मित्तल ने कहा कि विद्यार्थी यदि आज से ही आर्थिक नीतियों को समझना शुरू कर दें, तो भविष्य में बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होंगे। उन्होंने जीएसटी जैसे सुधारों को भारत के आर्थिक विकास की रीढ़ बताया। राजीव पाल सिंह ने कहा कि यह समय भारत की अर्थव्यवस्था के लिए परिवर्तनकारी है। उन्होंने कहा कि नये सुधारों से न केवल व्यवसायियों को लाभ मिलेगा, बल्कि उपभोक्ता भी इसका सीधा लाभ अनुभव करेंगे। 

इस अवसर पर कॉलेज के सभी बीबीए संकाय सदस्य डॉ. संगीता गुप्ता, प्राची, मोहम्मद अंजार, पूर्वी, सोनिका, रोहन त्यागी, प्रशांत गुप्ता, विनीता चैधरी, अमित, सतीश, शशांक भारद्वाज, पवन कुमार एवं लवी आदि शिक्षक मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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