उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने कोकार्य योजना तैयार करने को सुझाव दिए

गौरव सिंघल, सहारनपुर। वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश को समर्थ और विकसित प्रदेश बनाने के लिए नगर के सर्किट हाउस में छह चरणों में समाज के विभिन्न वर्गों, कृषि विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, उद्यमियों, व्यापारियों, प्रबुद्धजनों के साथ उच्चाधिकारियों के बीच संवाद कार्यक्रमों के तहत महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। प्रदेश के प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र जो सहारनपुर के नोडल अफसर भी हैं और प्रदेश के पूर्व डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान, पूर्व आईएएस  दिनेश राय भटनागर, प्रोफेसर राम सबध सिंह, कृषि विशेषज्ञ डा. आईके कुशवाहा, विद्युत विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता संजय अग्रवाल की उपस्थिति में जिलाधिकारी मनीष बंसल, सीडीओ सुमित राजेश महाजन, ज्वाईंट मजिस्ट्रेट विनोद कुमार मीणा, आईटीसी के जीएम संदीप शर्मा, इंडियन हर्ष के सुधाकर अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक सुरेंद्र सिंघल, सरदार भगत सिंह के भतीजे किरणजीत संधू, व्यापारी नेता शीतल टंडन, लघु उद्योग भारती के अनुपम गुप्ता, आईआईए के अध्यक्ष गौरव चौपड़ा, पर्यावरणविद् राजेंद्र अटल  अग्रवाल, पद्मश्री चौधरी सेठपाल, उद्यमी रामजी सुनेजा, रविंद्र मिगलानी, शिव कुमार गौड़, हौजरी व्यवसायी मंजीत अरोड़ा, उद्योग विभाग के उपायुक्त डा. बनवारी लाल और मां शाकुम्बरी यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर विमला और एक अन्य यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. एचएस सिंह, ब्लाक प्रमुख विश्वास चौधरी, सुभाष चौधरी, मेहरबान, मेड़िकल कालेज के प्राचार्य डा. राठी समेत सैकड़ों प्रबुद्धजनों ने संवाद के जरिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

वक्ताओं का कहना था कि आज प्रदेश और देश में राजनीतिक स्थिरता है और सुदृढ़ कानून व्यवस्था है। ऐसे में उत्तर प्रदेश आने वाले समय में छह ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बन सकता है। जबकि भारत तीस ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। विकसित भारत के साथ विकसित उत्तर प्रदेश की प्रबल संभावना है। नीतिगत सोच के साथ कार्ययोजना और कारगर नीति तैयार की जाए तो कोई वजह नहीं कि उत्तर प्रदेश अपने लक्ष्यों को अवधि में पूरा कर लेगा। पूर्व डीजीपी जो पूर्व में सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी रह चुके हैं देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इस तरह की उच्च स्तरीय समितियां पूरे प्रदेश में प्रबुद्धजनों के बीच जाकर संवाद प्रक्रिया के तहत सुझाव लेने का काम कर रही हैं। मंडलायुक्त अटल कुमार राय मुजफ्फरनगर के नोडल अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी आज वहां प्रबुद्धजनों के साथ संवाद गोष्ठी के जरिए सुझाव प्राप्त किए। दोनों जनपदों की रिपोर्ट शीघ्र ही सुझावों के साथ शासन को सौंपी जाएगी।

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