केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रमुख कृषि विशेषज्ञ पद्मश्री सेठपाल सिंह को सम्मानित किया

सुरेंद्र सिंघल (वरिष्ठ पत्रकार), नई दिल्ली/सहारनपुर। मध्य प्रदेश के लंबे समय तक लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि भारत की तीसरी अर्थव्यवस्था और भारत की जीडीपी में उन्नतशील तकनीक पर आधारित खेती और उन्नत बीज, फर्टीलाइजर रसायन एवं कीटनाशक आदि का महत्वपूर्ण योगदान है।

उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में भारत कृषि उत्पादन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने में सफल हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र और किसानों पर खास ध्यान दिया है। किसानों की आय में और अन्न उत्पादन में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। वह आज ताज पैलेस के दरबार हाल में कृषि पर आधारित कारोबार समिट में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत में राष्ट्र गीत वंदे मातरम की रचना के डेढ़ सौ वर्ष पूरे होने पर देशवासियों को बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि हमें वंदे मातरम गीत को पूरा का पूरा गाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर गहरा रंज जताया कि ना जाने अभी तक हमारे देश ने इस गीत को आधा-अधूरा ही स्वीकार किया और उसके मुख्य अंशों को सर्वथा छोड़ दिया गया। 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में इस खास मुद्दे पर अपना और अपनी सरकार का नजरिया रख रहे हैं, जिसमें हमारा इस बात पर विशेष ध्यान है कि अब से देशवासी इस गीत का संपूर्णतः में गायन करेंगे। उसके किसी भी हिस्से को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत मां की कोख से जन्में हैं। यह हमें अन्न, फल, जल देती है। हम भारत माता को प्रणाम करते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बारिश अच्छी हुई है और सिंचाई के लिए हमारे सभी जल स्रोत पूरी तरह से भरे हुए हैं। गेहूं की बुआई अच्छी तरह से हो रही है और गेहूं का उत्पादन भी नए रिकार्ड बनाएगा।उन्होंने कहा कि दलहन और तिलहन की पैदावार में भी हम पिछले रिकार्ड को तोड़ेंगे। उन्होंने खेती पर आने वाली लागत को कम किए जाने और कृषि उपज का लाभकारी मूल्य दिए जाने पर जोर दिया। यह कहा कि किसान की फसल और उपभोक्ता द्वारा अदा की गई कीमत में जो भारी अंतर है उसे उचित स्तर तक कम किए जाने की महती आवश्यकता है। 
उन्होंने नकली खाद, नकली कीटनाशक के समानांतर बाजार पर प्रभावीशाली रोक लगाने की जरूरत बताई और कहा कि केंद्र ने राज्य सरकारों से इस गैर कानूनी धंधे को बंद करने, छापेमारी करने और पकड़े गए लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समारोह में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के प्रमुख कृषि विचारक प्राकृतिक एवं आर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित करने वाले और कृषि विविधीकरण के अगुआ पद्मश्री चौधरी सेठपाल सिंह और हरियाणा स्थित सोनीपत के आधुनिक कृषि विशेषज्ञ पद्मश्री कंवल सिंह चौहान को शाल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ये दोनों प्रतिभाशाली सम्मानित किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छोटे किसानों के बहुत बड़े हामी हैं जिनका प्रयास है कि छोटी जोत वाले किसान नई तकनीक और कम लागत की खेती करके अपनी आय को तीन से चार गुना तक बढ़ाकर अपना जीवन खुशहाल कर सकें।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को देश के प्रमुख संगठन बीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष एवं इस समारोह के आयोजक प्रमुख उद्यमी डा0 रामगोपाल अग्रवाल और उनके सहयोगियों ने चांदी से निर्मित्त राजस्थान की उत्कृष्ट कलाकृति बतौर स्मृति चिन्ह भेंट की एवं शाल ओढ़ाकर उनका अभिनंदन किया। नीति आयोग के प्रमुख सदस्य कृषि वैज्ञानिक एवं प्रमुख अर्थशास्त्री प्रोफेसर डा0 रमेशचंद ने कहा कि हमारा लक्ष्य कृषि को पांच फीसद की ऊंचाई पर ले जाना है और हम चार से कुछ ऊपर पहुंच गए हैं। 
उन्होंने कहा कि भारत विश्व के कई प्रमुख अन्न उत्पादक देशों से जबरदस्त होड़ ले रहा है। भारत में खपत से ज्यादा अन्न की पैदावार हो रही है। एक्सपोर्ट के जरिए हम इस अतिरिक्त उत्पादन का पूरी तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। समिट के आयोजनकर्त्ता डा0 रामगोपाल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि नकली खाद और नकली कीटनाशकों के निर्माताओं और कारोबारियों पर लगातार छापेमारी की जरूरत है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। नकली खाद और नकली कीटनाशक के इस्तेमाल से किसान लुटपिट रहा है। छापेमारी और पकड़े गए लोगों को कड़े से कड़ा दंड दिए जाने की जरूरत है।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मांग की है कि बाजार में नकली उर्वरक और कीटनाशकों के खिलाफ छापेमारी का अभियान तेज किया जाए और पकड़े गए नमूनों की ठीक से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सीमांत किसानो के हितों के लिए नई तकनीक, उन्नत उर्वरक और सही कीटनाशकों के इस्तेमाल पर जोर दे रही है। 
समारोह में प्रोफेसर अनुपम वर्मा, हरियाणा प्रदेश के आरएसएस प्रमुख पवन जिंदल, दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायाधीश प्रतिभा एम सिंह और कृषि वैज्ञानिक डा0 विशाल चौधरी, राजीव कपूर, कुलदीप सिंह चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर एचआईएल, डा0 देबा बरता कानूनगो, पूर्व एडिशनल डायरेक्टर जनरल, स्वास्थ्य सेवाएं एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रमुख वैज्ञानिक प्रोफेसर अनुपम वर्मा, आईएएस डा0 डब्ल्यूआर रेड्डी आदि प्रमुख लोगों ने भी अपने अपने विचार रखे।

Post a Comment

Previous Post Next Post