शिशु शिक्षा निकेतन इंटर काॅलेज के 49वें वार्षिकोत्सव में मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया

शि.वा.ब्यूरो, खतौली। शिशु शिक्षा निकेतन इंटर काॅलेज में आयोजित 49वें वार्षिकोत्सव एवं मेधावी छात्र-छात्राओं के अलंकरण समारोह में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं, 12वीं परीक्षा 2025 में 80 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने तथा तथा होम एग्जामिनेशन 2025 में अपनी कक्षा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करके अपने माता-पिता सहित शिक्षकों का गौरव बढ़ाने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। 

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि ब्रह्मकुमारिज की राजराजेश्वरी पूजा दीदी ने मेडिटेशन की महत्ता बताते हुए कहा कि सभी को, बल्कि विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि मेडिटेशन जहां मन को एकाग्र करता है, वहीं बुद्धि को भी तेज करता है, जिससे सभी क्षेत्रों में रिजल्ट बहुत अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि एक बच्चों का भविष्य बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों की तो है, लेकिन उसके साथ ही साथ अभिभावकों की भी बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ मोरल वैल्यूज के बारे में बताना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज बच्चों में उसी मोरल वैल्यूज की कमी नजर आती है। उन्होंने सुबह की प्रार्थना के समय बच्चों को प्रेरणादायक बाते बताने के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य कामना स्वरूप सिंघल का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे भी अपने बच्चों को मोरल वैल्यूज के बारे में जरूर बतायें। 

प्रधानाचार्य कांता स्वरूप सिंगल ने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि उनके असाध्य नेत्ररोग के बारे में चिकित्सकों ने असमर्थता जाहिर कर दी थी, तो उन्होंने मेडिटेशन के जरिए अपने उस नेत्र रोग को ठीक किया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने भी इसे एक चमत्कार ही बताया है। वार्षिकोत्सव व मेधावी छात्र-छात्रा के अलंकरण समारोह में खण्ड़ शिक्षा अधिकारी पंकज अग्रवाल ने भी अपने विचार प्रकट किये। उन्होंने कार्यक्रम के संयोजकों को साधुवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए, क्योंकि इनसे छात्र-छात्राओं को ही नहीं, वरन शिक्षकों व अभिभावकों को भी नई ऊर्जा मिलती है। उन्होंने माता, पिता और आचार्य को गुरू की संज्ञा देते हुए कहा कि इन तीनों के संयुक्त प्रयास के बिना किसी भी छात्र-छात्रा के व्यक्तित्व का सम्भव ही नहीं है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ.अशोक गुप्ता व संचालन चिराग सिंघल सहित वंशिका, नव्या राणा, इजना व श्वेता तोमर ने संयुक्त रूप से किया।

संस्था के प्रधानाचार्य कांतास्वरूप सिंघल व कार्यक्रम की संयोजक सोनिया सिंघल ने आभार ज्ञापित किया। वार्षिकोत्सव में दिव्या विश्वकर्मा, प्रज्ञा जैन, अवंतिका, अमृता, गोपाल कुमार, रविन्द्र कुमार, शिवकुमार, जितेन्द्र कुमार, आशीष कुमार, सचिन सैनी, तबस्सुम व अवधेश कुमार आदि शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा।
इस अवसर पर उर्वी देवी, अशोक कुमार एडवोकेट, प्रमोद शर्मा, देवेंद्र गुप्ता, सुरेन्द्र चौधरी, विनित ठाकुर, डाॅ. कविता नागर, प्रधानाचार्य डाॅ.अनिल कुमार, जोगेन्द्र सैनी, जेपी तोमर, सुरेश त्यागी, यतेन्द्र सिंह, ब्रह्मस्वरूप गुप्ता, पंडित छोटन लाल आईटीआई के प्रधानाचार्य व विद्योत्तमा कन्या महाविद्यालय की समिति के सचिव संजीव कुमार शर्मा, वेद प्रकाश अग्रवाल, विरेन्द्र वर्मा, केपी शर्मा, रामनिवास शर्मा, विपिन कंसल, सुरेन्द्र शर्मा, बालेश्वर शर्मा, नगरपालिका सभासद सौरभ जैन, अजय भुर्जी, अमित त्यागी व रविन्द्र प्रधान, सोनू ठाकुर, पंकज भटनागर, प्रदीप सिंह, मास्टर राजेश कुमार, आनन्द जैन, रश्मि गुप्ता, अंजलि, सोनिया सिंगल, लोकेश गुप्ता व अनिल सहित नगर के शिक्षाविद्, अभिभावकों व गणमान्य लोगों सहित छात्र-छात्राएं मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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