शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जनपद के हजारों खाताधारकों के लिए राहत भरी खबर है। ऐसे बैंक खाते जो वर्षों से निष्क्रिय पड़े हैं या जिन्हें तकनीकी भाषा में डिपोजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड की श्रेणी में डाल दिया गया है, उन्हें दोबारा सक्रिय करने के लिए प्रशासन ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। एसएलआरसी के सख्त आदेशों के अनुपालन में आगामी 5 नवंबर को विकास भवन में एक भव्य मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान की गंभीरता को देखते हुए लीड बैंक मैनेजर कार्यालय में एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता एलडीएम मुजफ्फरनगर अनिल सिंह ने की। इस दौरान जिले में संचालित सभी सरकारी और निजी बैंकों के जिला समन्वयकों व मनीवाइज़ वित्तीय साक्षरता केंद्र की शत-प्रतिशत उपस्थिति रही।
बैठक में एलडीएम अनिल सिंह ने स्पष्ट किया कि 'डीईएएफ' खातों को सक्रिय करना और ग्राहकों को उनका जमा पैसा वापस सुलभ कराना प्राथमिकता है। इसके लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई, जिसके तहत हर बैंक को अपने पेंडिंग मामलों की सूची के साथ कैंप में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।एलडीएम अनिल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर जानकारी के अभाव में कई खाताधारक अपने खातों में 10 साल या उससे अधिक समय तक कोई लेनदेन नहीं करते। नियमानुसार, ऐसे खातों की राशि आरबीआई के 'डीईएएफ फंड' में ट्रांसफर हो जाती है और खाता पूरी तरह फ्रीज हो जाता है। आम ग्राहक को इसे दोबारा चालू कराने के लिए बैंक के कई चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन 5 नवंबर को लगने वाले इस मेगा कैंप में एसबीआई, पीएनबी से लेकर ग्रामीण बैंकों तक, सभी बैंकों के स्टॉल विकास भवन में लगेंगे। इस कैंप में ग्राहक केवल अपनी केवाईसी और पासबुक लेकर आएं, उनकी समस्या का समाधान मौके पर ही करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा जिसमें पीएमएसबीवाई, पीएमजे जेबीवाई, एपीवाई आदि से भी लाभांवित किया जाएगा।
एलडीएम ने बैठक में सभी डीसी को निर्देशित किया कि वे अपनी शाखाओं को अलर्ट मोड पर रखें। कैंप के दिन ग्राहकों को फॉर्म भरने से लेकर डॉक्यूमेंट जमा करने तक, हर कदम पर सहायता प्रदान की जाए। लक्ष्य यह है कि इस एक दिन के भीतर अधिकतम डीईएएफ खातों को क्लेम सेटलमेंट या एक्टिवेशन की प्रक्रिया में लाया जाए। लीड बैंक प्रबंधन ने जनपदवासियों से अपील की है कि यदि उनका या उनके परिवार में किसी का पुराना बैंक खाता निष्क्रिय पड़ा है, तो वे 5 नवंबर को विकास भवन पहुँचकर इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं।
बैठक में क्रिसिल फाउंडेशन की कैपिसिटी बिल्डिंग ऑफिसर शीजा खानम,एफएलसी हेमंत कुमार त्यागी, मैनेजर संजय शर्मा, अरविंद के अलावा सभी बैंकों के डीसी मौजूद रहे।
